पैम बैलक. कोरोनावायरस के मामले दुनियाभर में बढ़ रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी हेल्थ एजेंसीसेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कोरोना के 6 नए लक्षणों की सूची जारी की है। सीडीसी के मुताबिक कोविड 19 के 25 फीसदी मरीजों में कोई भी लक्षण नहीं दिखा है। महामारी में हजारों मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन्स पर इन संभावित लक्षणों में बदलाव किए गए हैं। इससे पहले इस लिस्ट में केवल तीन लक्षण- बुखार, खांसी और सांस में तकलीफ ही शामिल थे।
कोरोनावायरस के नए लक्षण-
ठंड लगना
ठंड लगने के साथ कांपना
नसों में दर्द
सरदर्द
गले में खराश
स्वाद और सूंघने की शक्ति कम होना
अचानक असमंजस
होठों और चेहरे पर नीला रंग महसूस करना
पहचानने के संबंध मेंगाइडलाइन्स जारी की जानी चाहिए
सीडीसी ने महीने की शुरुआत में पब्लिक हेल्थ एपिडेमियोलॉजिस्ट की सिफारिश के बाद 6 नए लक्षण जोड़े थे। काउंसिल ऑफ स्टेट एंड टेरिटोरियल एपिडेमियोलॉजिस्ट (CSTE) के मुताबिक, कोविड 19 को राष्ट्रीय रूप से फैली बीमारी माना जाए और इसे पहचानने के संबंध में गाइडलाइन्स जारी की जानी चाहिए।
सिफारिशों के मुताबिक, अगर लैब टेस्ट पॉजिटिव आता है या कोई लक्षण नजर आते हैं, तो मामले की सूचना दी जानी चाहिए। एक वर्ग में वो लोग हैं, जिन्हेंखांसी या सांस लेने में तकलीफ है। दूसरे वर्ग में बुखार, दर्द, सरदर्द, कांपना, ठंड लगना, नसों में दर्द, स्वाद और सूंघने में परेशानी का सामना कर रहे लोग शामिल हैं। दोनों वर्गों के लोगों का मामला कोविड 19 में दर्ज किया जाना चाहिए।
हालांकि, जो लोग कोरोना संक्रमण का गंभीर रूप से शिकार हुए हैं, उनमें पहले सांस लेने में तनाव और दूसरे बीमारी से जुड़े दूसरे लक्षण देखे गए हैं। कई मामले ऐसे भी हैं, जहां कोविड 19 के मरीजों को बुखार नहीं है। इसके अलावा जल्दी सांस लेने की समस्या भी दूसरे लक्षणों के साथ नजर आ रही है। कुछ लोगों को सूंघने या स्वाद लेने में भी परेशानी हुई है। ऐसा सांस संबंधी रोगों से भी होता है।
नई सूची विश्व स्वास्थ्य संगठन के लक्षणों से अलग है
सीडीसी की नई सूची विश्व स्वास्थ्य संगठन के लक्षणों से अलग है। डब्ल्युएचओ के मुताबिक कोरोनावायरस केबुखार, सूखी खांसी और थकान आम लक्षण हैं। कुछ लोगों ने दर्द, नाक बंद, गले की खराश या दस्त जैसी परेशानियां भी हुईं हैं। यह दिक्कतें धीरे-धीरे शुरू होती हैं और फिर बढ़ने लगती हैं।
दोनो एजेंसियों ने लोगों को सांस लेने में परेशानी या दर्द होने पर डॉक्टर को दिखाने की सलाह दी है। सीडीसी के मुताबिक, अगर कोई अचानक असमंजस और होठों और चेहरे पर नीला रंग महसूस कर रहा है, तो उसे तुरंत मेडिकल सलाह लेनी चाहिए।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कोरोना के रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के बारे में जानकारी दी है। देश के 130 जिलों में 3 मई के बाद भी सख्ती जारी रह सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन्हें रेड जोन घोषित किया है। उन्होंने कहा है कि रिकवरी रेट बढ़ा है। इसी हिसाब से अब अलग-अलग इलाकों में जिलों को जोन वाइज बांटा जा रहा है।
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटालाऔर 104 पत्रकारों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। बीते बुधवार को इन सभी के सैंपल चंडीगढ़ के सेक्टर-3 में स्थित एमएलए हॉस्टल में लिए गए थे। हरियाणा सरकार ने हर जिले में मीडियाकर्मियों के कोरोना टेस्ट करवाए हैं।
बुधवार को जब पत्रकारों के सैंपल लिए जा रहे थे तो डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सबसे पहले सैंपल दिया। उन्होंने जागरूकता लाने के मकसद से कोरोना टेस्ट कराया था। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने अपील की थी कि कोरोना टेस्ट कराने से किसी को घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि हम सब सुरक्षित रहेंगे। तभी पूरे प्रदेश को सुरक्षित रखने का काम कर पाएंगे। इसलिए सभी को जागरूक नागरिक होने का अपना फर्ज निभाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि ऐसे में हमारी वजह से ये संक्रमण फैलता है तो जनता के लिए खतरा है। सरकार का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के कोरोना सक्रंमण के टेस्ट हो।
हरियाणा में लॉकडाउन के दूसरे चरण का 17वां दिन है। कुल मरीजों का आंकड़ा 342 पहुंच गया है। सोनीपत, फरीदाबाद के बाद शुक्रवार को दिल्ली से लगने वाले गुरुग्राम की सीमा भी सील कर दी गई है। जिला उपायुक्त ने सख्त आदेश जारी किए हैं, सिर्फ गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए पास को छूट दी गई है। वहीं बहादुरगढ़ में टीकरी बॉर्डर भी सील कर दिया गया है। वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। इसका कंट्रोल डीसी कार्यालय में दे दिया गया है।
दिल्ली से लगने वाली सभी सीमाएं की गई सील, सीमा पार जाने के लिए डीसी की अनुमति अनिवार्य
गुरुग्राम जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। डीसी अमित खत्री द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली की सीमा में जाने के लिए डीसी कार्यालय से अनुमति लेनी होगी। गुरुग्राम में काम करने आने वालों की व्यवस्था गुरुग्राम में ही करनी होगी। सभी पुलिस नाकों पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी में वीडियोग्राफी हो रही है। आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और भारतीय दंड संहिता 1860 के विभिन्न प्रावधानों के तहत आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्रालय के आदेश अनुसार दी गई छूट के तहत पहले से जिन्हें अनुमति दी गई है, वे सीमा पार आ जा सकेंगे।
बहादुरगढ़ में भी सख्ती, सीसीटीवी कैमरे लगे
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के मकसद से दिल्ली बहादुरगढ़ बॉर्डर पर चल रहे हालात की जानकारी अब सीधे डीसी व एसपी कार्यालय के साथ डीएसपी बहादुरगढ़ कार्यालय में भी देखे जा सकेंगे। इसके लिए टिकरी बॉर्डर पर चार एचडी कैमरे लगाए गए हैं। इससे पहले दिल्ली जाने व अाने वाले लोगों की आवाजाही रोकने के लिए कहीं सड़कों को खोद दिया गया तो कहीं सिर्फ पास वालों को ही एंट्री की इजाजत दी गई। गुरुवार को नजफगढ़ के हरियाणा से सटे गांव की कुछ सड़कों को हरियाणा सरकार की तरफ से खोद दिया गया। ग्रामीणों के अनुसार, बुधवार शाम बुलडोजर आए और सड़कों को खोदने का काम शुरू हो गया था। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि इन सड़कों का इस्तेमाल लोग आने-जाने के लिए न कर सकें और दिल्ली के लोग हरियाणा में दाखिल न हों। झज्जर बहादुरगढ़ प्रशासन ने दिल्ली से लगी सभी सीमाओं को भी सील कर दिया।
केंद्र सरकार के पास वाले वाहनों की एंट्री से पहले भी हो रही जांच
बहादुरगढ़ में केंद्र सरकार से पास वाली वाहनों की एंट्री को लेकर भी पुलिस ने सख्त रवैया अपनाया हुआ है। इसमें वे सभी वाहनों की तलाशी के बाद ही उसे बहादुरगढ़ में एंट्री दे रहे हैं। एमआई चौंकी प्रभारी पवन वीर ने बताया कि पुलिस की विशेष टीम भी बॉर्डर पर तैनात होने के चलते कोई भी वाहन बिना अाज्ञा के बॉर्डर पार नहीं कर पाए इसके लिए व्यवस्था को और भी अधिक टाइट कर दिया गया है।
हरियाणा में 342 पहुंचा आंकड़ा, अब भी नूंह पहले नंबर पर
राज्य में सबसे ज्यादा 58 मरीज नूंह के हैं। गुरुग्राम में 57, फरीदाबाद में 53, पलवल में 34, सोनीपत में 25, झज्जर में 24, पंचकूला में 18, अम्बाला में 14, पानीपत में 13, करनाल में 6, हिसार, रोहतक और सिरसा में 4-4, भिवानी और यमुनानगर में 3-3. जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र में 2-2, चरखीदादरी और फतेहाबाद में 1-1 पॉजिटिव मिले हैं। इसके अलावा, मेदांता अस्पताल गुड़गांव में 14 इटली के नागरिकों को भी भर्ती करवाया गया था, जिन्हें हरियाणा ने अपनी सूची में जोड़ा गया है।
उनके समेत प्रदेश में अब कुल 235 मरीज ठीक हो गए हैं। नूंह में 50, फरीदाबाद में 41, गुरुग्राम में 38, पलवल 32, पंचकूला में 17, अम्बाला में 10, करनाल और पानीपत में 5-5, सिरसा और सोनीपत में 4-4, यमुनानगर में 3, हिसार, कैथल, कुरुक्षेत्र और भिवानी में 2-2, चरखी दादरी, फतेहाबाद 1-1 मरीज ठीक होने पर घर भेजा गया। 14 मरीज इटली के भी ठीक हुए हैं, उनके समेत कुल आंकड़ा 235 हो जाता है।
प्रदेश में अब तक 133 जमाती संक्रमित मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा नूंह जिले से हैं। यहां कुल 42 जमाती संक्रमित पाए गए। इसके अलावा, पलवल 31, फरीदाबाद 23, गुरुग्राम 15, अम्बाला 5, पंचकूला 7, यमुनागर 3, भिवानी 2, कैथल, जींद, चरखी दादरी, फतेहाबाद और सोनीपत में एक-एक मरीज संक्रमित मिला। यह सभी मरकज से लौटे थे। जिन्हें अलग-अलग मस्जिदों और गांवों से पकड़ा गया था।
सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर मंडरा रहा खतरा उस समय खत्म हो गया जब चुनाव आयोग ने राज्य की 9 विधान परिषद सीटों पर चुनाव करवाने की मंजूरी दे दी। यह मंजूरी राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी की गुरुवार को चुनावों करवाने की सिफारिश के बाद दी गई है।
आज सुबह सीएम ने की है राज्यपाल से मुलाकात
महाराष्ट्र में सीएम कुर्सी पर मंडराते खतरे के बीच उद्धव ठाकरे ने गुरुवार सुबह गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। हालांकि, महाराष्ट्र दिवस के मौके पर हुई इस मुलाकात को शिवसेना की ओर से एक शिष्टाचार भेंट कहा जा रहा है।लेकिन महाराष्ट्र वर्तमान परिस्थिति के लिहाज से यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। राज्यपाल ने उद्धव के चयन को लेकर गेंद चुनाव आयोग के पाले में डाल दी है। उद्धव अपनी कुर्सी बचाने के लिए राज्यपाल कोटे से एमएलसी मनोनीत होने के लिए भगत सिंह कोश्यारी की हामी इंतजार कर रहे थे।
पीएम से बात के एक दिन बाद राज्यपाल का फैसला
राज्यपाल ने यह कदम तब उठाया है जब एक दिन पहले यानीबुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री से इस मुद्दे पर फोन पर बात की थी। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने कहा भी था कि राजभवन तक संकेत सही समय में पहुंच जाएगा।इससे पहले महाराष्ट्र मंत्रिमंडल ने दो बार प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल से सिफारिश की थी कि वह उद्धव ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत कर दें। पर राज्यपाल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
12 सीटें गवर्नर के मनोनीत कोटे के तहत
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे को गवर्नर के मनोनीत कोटे से एमएलसी बनाने के लिए कैबिनेट ने प्रस्ताव भेजा है। राज्य में इससे पहले दत्ता मेघे और दयानंद महास्के को भी मंत्री बनने के बाद राज्यपाल विधान परिषद के लिए मनोनीत कर चुके हैं। आम तौर पर गवर्नर कोटे से एमएलसी मनोनीत करने के लिए कुछ योग्यताएं होनी जरूरी हैं। महाराष्ट्र विधान परिषद की बात करें तो यहां कुल 78 सीटें हैं। इनमें से 66 सीटों पर निर्वाचन होता है, जबकि 12 सीटों के लिए राज्यपाल कोटे से मनोनीत किया जा सकता है।
विधान परिषद में ये निर्वाचित सदस्य
30 सदस्यों को विधानसभा के सदस्य यानी एमएलए चुनते हैं। 7-7 सदस्य स्नातक निर्वाचन और शिक्षक कोटे के तहत चुने जाते हैं। इनमें राज्य के सात डिविजन मुंबई, अमरावती, नासिक, औरंगाबाद, कोंकण, नागपुर और पुणे डिविजन से एक-एक सीट होती है। इसके अलावा 22 सदस्य स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र के तहत चुने जाते हैं।
राजस्थान में शुक्रवार को संक्रमण के 33 नए मामले सामने आए। जिसमें अजमेर में 11, कोटा औऱ चित्तौड़गढ़ में 7-7, जयपुर में 6, जोधपुर औऱ राजसमंद में 1-1 केस पॉजिटिव मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 2617 पहुंच गया। जिसके साथ तीन मौते भी हुईं। जिसमें जयपुर में 2 और नागौर में 1 व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद मौतों की संख्या 61 पहुंच गई।
तीन की मौत
दिन की पहली मौत नागौर के बासोनी की 26 साल की महिला की हुई। जो गर्भवती थी। 25 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाई गई थी। दूसरी मौत जयपुर के शास्त्री नगर में 32 साल के पुरुष की हुई। जिन्हे 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वहीं तीसरी मौत जयपुर के खजाने वालों के रस्ते में 62 साल के पुरुष की हुई। जिन्हे 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
कोटा से गांव लौटे बेटे को क्वारैंटाइन करने 4 दिन में तैयार किया कमरा
बाड़मेर जिले के लीलसर के शेरपुरा गांव निवासी जगदीश सऊ ने सोशल डिस्टेंस का उदाहरण पेश करते हुए कोटा से आए अपने पुत्र को घर से तीन किमी. दूर क्वारैंटाइन किया है। जगदीश का पुत्र मुकेश सऊ कोटा में अध्ययनरत है, लॉकडाउन में जब विद्यार्थियों को कोटा से बाड़मेर लाया गया तो मुकेश भी उनके साथ घर आ गया। जैसे ही उसके आने की खबर घरवालों को मिली तो पिता जगदीश व चाचा गणपत ने घर से तीन किमी. दूर गांव में कही मुकेश रहने की व्यवस्था की। पिछले पांच दिनों से मुकेश वहां पर आइसोलेशन में है।
जयपुर-जोधपुर जैसी सैंपलिंग 8 नए हॉट स्पॉट में भी होगी... तभी टूटेगी कोरोनाचेन
कोरोना की कड़ी तोड़ने का सबसे कारगर तरीका है- सैंपलिंग। अच्छी बात ये है कि राजस्थान सैंपलिंग के मामले में देश में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद तीसरे नंबर पर है। यहां अब तक 1 लाख 4 हजार जांचें हो चुकी हैं। अकेले जयपुर में 21 हजार से ज्यादा जांचें हो चुकी हैं। जोधपुर में यह आंकड़ा 19 हजार तक पहुंच चुका है। यहां 17 हजार सैंपल तो मात्र पिछले 15 दिन में ही लिए गए हैं। भीलवाड़ा में भी नौ हजार का आंकड़ा पार हो चुका है। मगर अब 8 नए हॉट स्पॉट (पाली, नागौर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, बांसवाड़ा, टोंक और चित्तौड़गढ़) में जांचों की रफ्तार जयपुर और जोधपुर की तरह बढ़ाने की जरूरत है, ताकि कोरोनाचेन तोड़ी जा सके। यहां अभी जांचें अपेक्षाकृत कम हो रही हैं। जयपुर और जोधपुर में रोजाना अौसतन 850 जांचें हो रही हैं, जबकि इन नए हॉट स्पॉट में औसत सिर्फ 140 है।
कोटा में बेटे के कंधे पर बैठकर सैंपल देने पहुंची 70 वर्षीय महिला
कोरोना से बचाव के लिए सरकार लगातार जागरूक करने में जुटी हुई है। कोटा के स्टेशन इलाके में 70 वर्षीय महिला ने भी यही संदेश दिया। भीमगंजमंडी सीआई हर्षराज सिंह खरेड़ा ने बताया कि मेडिकल टीम माला रोड पर सैंपल लेने पहुंची थी। गंगाबाई को पता चला तो वे भी अपने बेटे के कंधे पर बैठकर सैंपल देने पहुंची।
राजस्थान:जोधपुर में रोगियों को आंकड़ा हुआ 500 के पार, जयपुर में 30 थाना क्षेत्रों तक पहुंचा कोरोना
जयपुर कमिश्नरेट के 60 में से 30 थाना इलाके कोरोना प्रभावित
कोरोना संक्रमित मिलने पर बजाज नगर इलाके के हिम्मत नगर और मोती डूंगरी इलाके के तिवाड़ी का बाग स्थित गली में कर्फ्यू लगा दिया। वहीं, मुरलीपुरा इलाके में नानू नगर स्थित प्लॉट नंबर 24 से 102 तक कर्फ्यू लगा दिया। अभी जयपुर कमिश्नरेट के 60 में से 30 थाना इलाकों में कोरोना कर्फ्यू चल रहा है।
जोधपुर में रोगियों को आंकड़ा हुआ 500 के पार
पूरा शहर लॉकडाउन है और नौ थानों में कर्फ्यू लगा है फिर भी कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। पॉजिटिव मरीज के आंकड़े जहां 100 से 400 तक पहुंचने में 13 दिन लगे थे, वहीं दो दिन में 400 से 511 तक पहुंच गया।
नागौर में गर्भवती की मौत
कोरोना से जिले में गुरुवार को दूसरी मौत हो गई है। बासनी निवासी महिला गर्भवती थी। इसमें तड़के करीब पौने 3 बजे दम तोड़ा। कोरोना पॉजिटिव गर्भवती 4 दिन पहले ही अपने भाई के साथ बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में भर्ती हुई थी। मृतका का भाई भी पॉजिटिव है, जो बीकानेर में उपचारत है। इधर, महिला की मां भी जांच में पॉजिटिव आई है। इसका उपचार स्थानीय जेएलएन अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा परिवार के अन्य लोगों की रिपोर्ट गुरुवार को निगेटिव आई है। बासनी में गुरुवार दोपहर बाद लॉक डाउन प्रोटोकॉल के अनुसार अंतिम संस्कार कर दिया है। इससे पूर्व बासनी के ही मोहम्मद अली की भी कोरोना से हो चुकी है।
राजस्थान: 33 में से 29 जिलों में पहुंचा कोरोना
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 917 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 558 (इसमें 47 ईरान से आए), कोटा में 204, अजमेर में 161, टोंक में 134, भरतपुर में 111, नागौर में 118, बांसवाड़ा में 66, जैसलमेर में 49 (इसमें 14 ईरान से आए), झुंझुनूं में 42, झालावाड़ में 40, बीकानेर और भीलवाड़ा में 37-37, मरीज मिले हैं। उधर, दौसा में 21, चित्तौड़गढ़ में 26, चूरू में 14, धौलपुर और पाली में 12-12, हनुमानगढ़ में 11, अलवर में 9, सवाईमाधोपुर और उदयपुर में 8-8, डूंगरपुर और सीकर में 6-6, करौली में 3, राजसमंद, बाड़मेर और प्रतापगढ़ में 2-2 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। वहीं बारां में 1-1 संक्रमित मिला है
राजस्थान में कोरोना से अब तक 61 लोगों की मौत हुई है। इनमें सबसे ज्यादा मौत जयपुर में हुई हैं। यहां 36 जयपुर (जिसमें दो यूपी से) की जान जा चुकी है। इसके अलावा, जोधपुर में 7, कोटा में 6, नागौर, भीलवाड़ा, सीकर और भरतपुर में 2-2, अलवर, बीकानेर, चित्तौड़गढ़ और टोंक में एक-एक की जान जा चुकी है।
कोराना संकट के बीच राहत की खबर यह है कि अब तक प्रदेश में 644लोग स्वस्थ भी हुए हैं। जयपुर में 249 (2 इटली के नागरिक), जोधपुर 100, बीकानेर में 36,कोटा में 29भीलवाड़ा में 24, जैसलमेर में 30, बांसवाड़ा में 31, झुंझुनू 33, टोंक में 35, झालावाड़ में 14, चुरू में 12, नागौर में 9, डूंगरपुर 5, अजमेर में 5, दौसा में 5, भरतपुर में 4, उदयपुर, हनुमानगढ़, सीकर, पाली और प्रतापगढ़ में दो-दो, बाड़मेर अलवर और करौली में एक-एक मरीज को डिस्चार्ज किया गया है। इसके अलावा, ईरान से जोधपुर और जैसलमेर लाए गए 8 लोगों भी संक्रमण से मुक्त हुए हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को चीन पर फिर दुनियाभर में कोरोनावायरस फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वायरस का वुहान इंस्टीटयूट ऑफ बायोलॉजी से कनेक्शन है। हमारे पास इसके सबूत हैं। कोरोना इसी लैब में तैयार किया गया।हालांकि, उन्होंने इस बारे में ज्यादा बताने से इनकार कर दिया। कोरोना से दुनिया में 2.30 लाख लोगों की मौत हो चुकी है।
व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प से वायरस के वुहान लिंक को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरे पास इसके सबूत हैं, लेकिन मैं इसके बारे में आपको बता नहीं सकता।मुझे इसकी इजाजत नहीं है।ट्रम्प ने इस दौरान चीन पर नए टैरिफ लगाने की भी बात कही।
वायरस पर अमेरिका और चीन आमने-सामने
दुनिया में कोरोना से अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और62 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। यही वजह है कि अमेरिका पर भारी दबाव है। अमेरिका ने पहले चीन केउस दावे को नकारा था, जिसमें कहा गया था कि कोरोना चीन के वाइल्डलाइफ मार्केट से निकला।
बाद में चीन का आरोप था कि यूएस मिलिट्री ने चीन तक इस वायरस को पहुंचाया था। उधर, कुछ दिन पहले ट्रम्प ने कहा था कि हम दुनिया के सामने कोरोना का सच लेकर आएंगे।
अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) से भी नाराजगी जताई थी। कहा था कि डब्ल्यूएचओ ने चीन का फेवर किया और दुनिया कोसही जानकारियांनहीं दीं।
ट्रम्प ने कहा- डब्ल्यूएचओ को शर्मिंदा होना चाहिए
ट्रम्प ने यह भी कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को खुद के लिएशर्मिंदा होना चाहिए, क्योंकि उसने चीन के लिए एक जनसंपर्क एजेंसी की तरह काम किया है। दरअसल, ट्रम्प प्रशासन ने कोरोना को लेकर डब्ल्यूएचओकी भूमिका की जांच शुरू की है। साथ ही उसकी फंडिंग भीअस्थायी तौर पर रोक दी है।
कोरोना पर अमेरिका में ही विरोधाभास
यूएस इंटेलीजेंस कम्युनिटी ने गुरुवार को कहा कि कोरोनावायरस मानव निर्मित नहीं है। कम्युनिटी ने बताया किमौजूदासबूतों और वैज्ञानिक सहमतियों से हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि किसी लैब में जेनेटिक मॉडिफिकेशन से भी यह नहीं बनाया गया है। इसे न इंसानों ने बनाया है और न इसे डिजाइन किया गया है। फिर भी हम लगातार बारीकी से जांच कर रहे हैं और हर एंगल को देख रहे हैं।
लीलावती अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी के चार दिन बाद कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई। महाराष्ट्र में कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थैरेपी का ये पहला मामला था। मरीज की उम्र 53 साल थी। डॉक्टरोंने बताया कि 25 अप्रैल को मरीज को प्लाज्मा थैरेपी दी गई थी। उसके बाद हालत में थोड़ा सुधार हुआ लेकिन, 29 अप्रैल को मौत हो गई। उसेन्यूमोनिया भी हो गया था। अस्पताल आने से पहले 10 दिन से बुखार और गले में दर्द था
कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज 20 अप्रैल को गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती हुआ था। इससे पहले 10 दिन से उसे बुखार, गले में दर्द और कफ था। एक्स-रे में मरीज के फेंफड़ों में सफेद धब्बे दिखे। शरीर में ऑक्सीजन का स्तर भी कम हो गया था। लीलावती अस्पताल के सीईओ डॉ. रविशंकर के मुताबिक, मरीज को कृत्रिम सांस और एंटी-वायरल दवाएं भी दी गईं, लेकिन असर नहीं हुआ। प्लाज्मा थैरेपी के बाद थोड़ा सुधार दिखा इसलिए कोई और डोज नहीं दिया गया। 'प्लाज्मा थैरेपी में गलती होने पर उल्टा असर हो सकता है'
मुंबई में बीएमसी प्लाज्मा थैरेपी पर अध्ययन कर रही है। यह स्टडी संक्रामक बीमारियों के एक्सपर्ट डॉ. ओम श्रीवास्तव और कस्तूरबा लैब की मदद से की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने 28 अप्रैल को कहा था कि कोरोना के लिए प्लाज्मा थैरेपी कोई अप्रूव्ड इलाज नहीं है, सिर्फ ट्रायल बेस्ड है। सही तरीके से थैरेपी नहीं होने पर विपरीत असर भी हो सकता है।
दुनिया में अब तक कोरोना से 33 लाख लाख 8 हजार 231 संक्रमित मिले हैं। 2 लाख 34 हजार 105 मौतें हुई हैं और 10 लाख 39 हजार 195 लोग ठीक हुए हैं। अमेरिका इससे सबसे अधिक प्रभावित है। यहां पर 1 लाख 95 हजार 210 संक्रमित मिले हैं, 63 हजार 861 मौतें हुई हैं और 1 लाख 52 हजार 324 लोग स्वस्थ्य हुए हैं। अमेरिका में लॉकडाउन के खिलाफ लोगों का विरोध तेज हो रहा है। मिशिगन कीराजधानी लांसिंग में लोगों ने लॉकडाउन के खिलाफ गुरुवार को प्रदर्शन किया। यहां स्थित कैपिटल बिल्डिंग पर जुटे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों में से कुछ के पास से हथियार भी थे। प्रदर्शनकारी गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर के लॉकडाउन के आदेश काविरोध कर रहे थे। यह आदेश 23 मार्च को जारी हुआ था। इस बीच, सोशल मीडिया पर प्रदर्शन के कुछ वीडियो भी पोस्ट किए गए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों के पास हथियार नजर आ रहे हैं।
खाड़ी देशों में सऊदी अरब और कतर सबसे ज्यादा प्रभावित
खाड़ी देशों में कोरोना भी संक्रमण बढ़ रहा है। इन देशों में सऊदी अरब और कतर संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इन दोनों देशों में गुरुवार को जारी किये गये आंकड़ों के अनुसार सऊदी अरब में अब तक 22 हजार 753 मामले सामने आए हैं और 162 लोगों की जान गई थी। वहीं, कतर में संक्रमितों की संख्या 13 हजार 400 है और अब तक10 लोगों की मौत हुई है। खाड़ी के अन्य देशों में संयुक्त अरब अमीरात में 12 हजार 400 लोग संक्रमित मिले हैं और 105 मौतें हुई हैं। कुवैत में 4 हजार लोग संक्रमित मिले हैं 26 लोगों की जान गई है। बहरीन में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3 हजार है और आठ लोगों की मौत हुई है। वहीं ओमान में 2300 लोग पॉजिटिव मिले हैं 11 मौतें हुई हैं।
कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश
देश
कितने संक्रमित
कितनी मौतें
कितने ठीक हुए
अमेरिका
10,95,210
63,861
1,52,324
स्पेन
2,39,639
24,543
1,37,984
इटली
2,05,463
27,967
75,945
फ्रांस
1,66,420
24,087
48,228
ब्रिटेन
1,71,553
26,771
उपलब्ध नहीं
जर्मनी
1,61,539
6,467
1,20,400
तुर्की
1,17,589
3,081
44,022
रूस
99,399
972
10,286
ईरान
93,657
5,957
73,791
चीन
82,862
4,633
77,610
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ट्रम्प ने चीन पर नए टैरिफ लगाने की चेतावनी दी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना के बारे में जल्द जानकारी नहीं देने के लिए एक बार फिर चीन से नाराजगी जाहिर की है। ट्रम्प ने चीन पर की जाने वाली कार्रवाई के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मैं एक ही काम कर सकता हूं, मैं ज्यादा पैसे के लिए उस पर नए टैरिफ (सीमा शुल्क) लगा सकता हूं। ट्रम्प ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के हर दिन वाले प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
इससे एक दिन पहले भी ट्रम्प ने न्यूज एजेंसी रायटर्स को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि चीन नहीं चाहता कि वे नवंबर में फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति चुने जाएं। उन्होंने कहा कि चीन मुझे अमेरिका का अगला राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए कुछ भी करेगा। उसका कोरोना से निपटने का तरीका इस बात का सबूत है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रूस केप्रधानमंत्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना की
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन के जल्द होने की कामना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन के जल्द ठीक होने और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। भारत कोरोना से इस लड़ाई में अपने करीबी मित्र रूस के साथ है। मिशुस्तिन गुरुवार रात कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उन्होंने खुद इस बात की जानकारी दी। एक न्यूज चैनल से बातचीत में मिखाइल ने कहा, “मैंने अपना कोरोना टेस्ट कराया था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब मैं सेल्फ आईसोलेशन में जा रहा हूं। ये बेहद जरूरी है ताकि मेरे साथी सुरक्षित और स्वस्थ रहें।” उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसकी जानकारी दी है। अब मिखाइल का कामकाज आंद्रे बेलोस्योव संभालेंगे। देश में कुल संक्रमितों की संख्या एक लाख से ज्यादा हो चुकी है।
पाकिस्तान केनेशनल असेंबली के स्पीकर संक्रमित
पाकिस्तान नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर गुरुवार को कोरोना संक्रमित पाए गए। उनकी बेटी और बेटा की टेस्ट रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। खास बाद ये है कि असद ने 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थी। इसके बाद पीएम को टेस्ट कराना पड़ा था। रिपोर्ट निगेटिव आई। इमरान ईधी फाउंडेशन के फैजल ईधी से मिले थे। बाद में फैजल संक्रमित पाए गए। इसके बाद इमरान का टेस्ट कराया गया।
लीलावती अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी के चार दिन बाद कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई। महाराष्ट्र में कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थैरेपी का ये पहला मामला था। मरीज की उम्र 53 साल थी। डॉक्टरोंने बताया कि 25 अप्रैल को मरीज को प्लाज्मा थैरेपी दी गई थी। उसके बाद हालत में थोड़ा सुधार हुआ लेकिन, 29 अप्रैल को मौत हो गई। उसेन्यूमोनिया भी हो गया था। अस्पताल आने से पहले 10 दिन से बुखार और गले में दर्द था
कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीज 20 अप्रैल को गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती हुआ था। इससे पहले 10 दिन से उसे बुखार, गले में दर्द और कफ था। एक्स-रे में मरीज के फेंफड़ों में सफेद धब्बे दिखे। शरीर में ऑक्सीजन का स्तर भी कम हो गया था। लीलावती अस्पताल के सीईओ डॉ. रविशंकर के मुताबिक, मरीज को कृत्रिम सांस और एंटी-वायरल दवाएं भी दी गईं, लेकिन असर नहीं हुआ। प्लाज्मा थैरेपी के बाद थोड़ा सुधार दिखा इसलिए कोई और डोज नहीं दिया गया। 'प्लाज्मा थैरेपी में गलती होने पर उल्टा असर हो सकता है'
मुंबई में बीएमसी प्लाज्मा थैरेपी पर अध्ययन कर रही है। यह स्टडी संक्रामक बीमारियों के एक्सपर्ट डॉ. ओम श्रीवास्तव और कस्तूरबा लैब की मदद से की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने 28 अप्रैल को कहा था कि कोरोना के लिए प्लाज्मा थैरेपी कोई अप्रूव्ड इलाज नहीं है, सिर्फ ट्रायल बेस्ड है। सही तरीके से थैरेपी नहीं होने पर विपरीत असर भी हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है। गुरुवार शाम तक कुल 77 नए केस पॉजिटिव मिले। प्रदेश में अब तक 2211 संक्रमित पाए गए। इनमें 1620 एक्टिव केस हैं। अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि551 मरीजसही होकर घर जा चुके हैं। सबसे अधिक संक्रमण के मामले आगरा में सामने आए हैं। यहां संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 479 पहुंच गया है। इस बीच वाराणसी में दो दिनबाद लॉकडाउन की सख्ती में थोड़ी छूट दीगई। उधर,योगी सरकार ने तय किया है किहाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्रों को अब दूरदर्शन के माध्यम से क्लास लगवाईजाएगी।
कोरोना अपडेट्स
वाराणसी: शहर मेंदो दिनबाद लोगों को टोटल लॉकडाउन से थोड़ी राहत मिली। इस बीच सब्जियों के दाम बढ़ने और दूध को लेकर लोग परेशान दिखाईदिए। जिला प्रशासन ने कहा है कि दवा की दुकानें दिन में एक घंटे खुल सकेंगी। जिले में आठ नए केसों के साथ कोरोना पॉजिटिव की संख्या 60 पहुंच गई। 7 नए हॉटस्पॉट इलाके से अब 23 हो गए हैं। 8 मरीज ठीक और एक कीमौत हो चुकी। बिरदोपुर, महमूरगंज, सिगरा, सुंदरपुर, मडुआडीह, भेलुपर,सरजूनगर समेत अन्यइलाकों में दूध की किल्लत है। डीएम कौशल राज शर्मा के नए आदेश के अनुसार, दूध की दुकानें 3 मई तक सुबह 7 से 8 बजेऔर दवा की दुकानें सुबह 11 से 12 बजे तक ही खुलेंगी। दो दिनबादशुक्रवार सुबह मार्केट खुलनेसे सब्जियांखरीदने वालों की लाइन लग गई।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) के स्कूलों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में पढ़ रहे स्टूडेंटके लिए शुक्रवार से दूरदर्शन के स्वयंप्रभा चैनल पर शैक्षिक प्रसारण शुरू होगा। छात्र-छात्राएं इसकी मदद से आसानी से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि शैक्षिक प्रसारण हर दिन सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक और फिर इसी का पुन : प्रसारण शाम 4:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक होगा। जिन स्टूडेंट के पास स्मार्टफोन नहीं हैं और वह ऑनलाइन कक्षाएं नहीं कर पा रहे हैं, इस शैक्षिक प्रसारण की मदद से आसानी से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे।
आगरा:कोरोना संक्रमितों के मामलों मेंआगरा देश में 11वें नंबर पर आ चुका है।प्रदेश में नंबर एक पर है। डराने वाली बात यह है कि बीते 13 दिनमें आगरा मेंकोरोनावायरस के मरीजों की संख्या दोगुनी हुई है। गुरुवार शाम को 46 नए पॉजिटिव केस मिले।इसके बाद यहां कोरोना के कुल मामले 479 तक पहुंच गए। यहां अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है।
मेरठ: जिले में गुरुवार शामतक यहां कोरोना के मरीजों की संख्या 105 तक पहुंच गई है। इनमें 5 की मौत हो चुकी है, जबकि 48 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो गई है। मेरठ में 11 अप्रैल को एक साथ नौ लोग ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किए गए।सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि यह प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के कड़ी मेहनत का नतीजा है।उन्होंने कहा-रिकवर होने वाले सभी मरीजों का 14 दिन क्वारैंटाइन में रहना जरूरी है।
लॉकडाउन के बीच शराब की दुकानें खोलने के लिएसांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने गुरुवार काे बेतुके तर्क रखे। उन्होंनेकहा कि शराब से काेराेना थमेगा। इसलिए ठेके खाेले जाएं। विधायक भरत सिंह ने ताे मुख्यमंत्री अशोक गहलोतको इस संबंध में पत्र भी लिखा है, जिसमें शराब के समर्थन में कई तर्क भी दिए। उधर,लाडपुरा के पूर्व भाजपा विधायक भवानी सिंह राजावत ने भी कहा किजंग में जीतने के लिए शराब जरूरी है।
विधायक भरत सिंह ने लिखा कि जब अल्काेहल से हाथों को धाेने पर कोरोना वायरस खत्म हो सकता है तोपीने वाले के गले से वायरस ही साफ होगा। उन्होंने लिखा कि हाथ से बनी शराब पीकरजान गंवाने से तो अच्छा है किशराब की दुकानें खोली जाएं।सरकार शराब की दुकानें खोल दे। इससे शराब पीने वालों को शराब मिलेगी और सरकार को राजस्व भी मिलेगा।
Bharat Singh Kundanpur, Congress MLA from Sangod has written to Rajasthan CM Ashok Gehlot for opening liquor shops in the state. The letter reads, "When #coronavirus can be removed by washing hands with alcohol, then drinking alcohol will surely remove virus from the throat". pic.twitter.com/ToVPomDI1Z
भाजपा के पूर्व विधायक राजावत ने कहा- जंग में जीतने के लिए शराब जरूरी
पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने कहा, 'सतयुग में भी देवता सोमरस का पान करते थे। राजा महाराजा औरयोद्धा भी सेवन करने के बाद ही दुश्मन को परास्त कर पाते थे। इसीलिए सरकार पुनर्विचार करें। यह वायरस को भी रोकेगा और सरकार को रुका हुआ करोड़ों का राजस्व भी अर्जित होगा। हालांकि, उन्होंने कहा किपान, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, तंबाकू पर प्रतिबंध जारी रहना चाहिए।
लॉकडाउन के बीच शराब की दुकानें खोलने के लिएसांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने गुरुवार काे बेतुके तर्क रखे। उन्होंनेकहा कि शराब से काेराेना थमेगा। इसलिए ठेके खाेले जाएं। विधायक भरत सिंह ने ताे मुख्यमंत्री अशोक गहलोतको इस संबंध में पत्र भी लिखा है, जिसमें शराब के समर्थन में कई तर्क भी दिए। उधर,लाडपुरा के पूर्व भाजपा विधायक भवानी सिंह राजावत ने भी कहा किजंग में जीतने के लिए शराब जरूरी है।
विधायक भरत सिंह ने लिखा कि जब अल्काेहल से हाथों को धाेने पर कोरोना वायरस खत्म हो सकता है तोपीने वाले के गले से वायरस ही साफ होगा। उन्होंने लिखा कि हाथ से बनी शराब पीकरजान गंवाने से तो अच्छा है किशराब की दुकानें खोली जाएं।सरकार शराब की दुकानें खोल दे। इससे शराब पीने वालों को शराब मिलेगी और सरकार को राजस्व भी मिलेगा।
Bharat Singh Kundanpur, Congress MLA from Sangod has written to Rajasthan CM Ashok Gehlot for opening liquor shops in the state. The letter reads, "When #coronavirus can be removed by washing hands with alcohol, then drinking alcohol will surely remove virus from the throat". pic.twitter.com/ToVPomDI1Z
भाजपा के पूर्व विधायक राजावत ने कहा- जंग में जीतने के लिए शराब जरूरी
पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने कहा, 'सतयुग में भी देवता सोमरस का पान करते थे। राजा महाराजा औरयोद्धा भी सेवन करने के बाद ही दुश्मन को परास्त कर पाते थे। इसीलिए सरकार पुनर्विचार करें। यह वायरस को भी रोकेगा और सरकार को रुका हुआ करोड़ों का राजस्व भी अर्जित होगा। हालांकि, उन्होंने कहा किपान, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, तंबाकू पर प्रतिबंध जारी रहना चाहिए।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 34हजार 862 हो गई है।9 हजार से ज्यादा मरीज हो ठीक भी हुए हैं।गुरुवार को महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 583, गुजरात में 313,राजस्थान में 144,पंजाब में 105,मध्यप्रदेश में 65समेत 1799रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। दिल्ली में सीआरपीएफ के 6 नए जवानों में संक्रमण मिला।महराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या 10 हजार के पार हो गई है। ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 33 हजार 610 संक्रमित हैं। इनमें से 24हजार 162का इलाज चल रहा है, 8373ठीक हुए हैं और 1075की मौत हुई।
पीएम मोदीने मंत्रियों के साथ बैठक की
कोरोना संकट में घिरी अर्थव्यवस्था को संभालने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक बुलाई। इसमें गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद थे। मोदी ने महामारी और लॉकडाउन केबीचकोल और खनन सेक्टर में सुधारों के साथ अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के उपाय सुझाने को कहा। इस दौरान विदेशी निवेश आकर्षित करने और स्थानीय निवेश को बढ़ाने के उपाय खोजने पर जोर दिया गया।
5 दिन जब संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले आए
दिन
मामले
28 अप्रैल
1902
25 अप्रैल
1835
29 अप्रैल
1702
23 अप्रैल
1667
26 अप्रैल
1607
26 राज्य,6 केंद्र शासित प्रदेशों में फैला संक्रमण
कोरोनावायरस का संक्रमणदेश के 26 राज्यों में फैला है।6 केंद्र शासित प्रदेश भीइसकी चपेट में हैं।इनमें दिल्ली, चंडीगढ़, अंडमान-निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पुडुचेरी शामिल हैं।
राज्य
कितने संक्रमित
कितने ठीक हुए
कितनी मौत
महाराष्ट्र
10,498
1773
459
गुजरात
4395
613
214
दिल्ली
3515
1094
59
राजस्थान
2582
893
58
मध्यप्रदेश
2625
482
137
तमिलनाडु
2323
1258
27
उत्तरप्रदेश
2211
551
40
आंध्रप्रदेश
1403
321
31
तेलंगाना
1038
442
28
पश्चिम बंगाल
758
124
33
जम्मू-कश्मीर
614
216
8
कर्नाटक
565
229
22
केरल
498
383
4
पंजाब
480
104
20
हरियाणा
339
235
4
बिहार
425
84
2
ओडिशा
142
39
1
झारखंड
110
19
3
उत्तराखंड
57
36
0
हिमाचल प्रदेश
40
28
2
असम
42
29
1
छत्तीसगढ़
40
36
0
चंडीगढ़
74
18
0
अंडमान-निकोबार
33
16
0
लद्दाख
22
17
0
मेघालय
12
0
1
पुडुचेरी
8
5
1
गोवा
7
7
0
मणिपुर
2
2
0
त्रिपुरा
2
2
0
अरुणाचल प्रदेश
1
1
0
मिजोरम
1
1
0
ये आंकड़े covid19india.org और राज्य सरकारों से मिली जानकारी के अनुसार हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में 33 हजार 610संक्रमित हैं। इनमें से 24हजार 162का इलाज चल रहा है, 8373ठीक हुए हैं और 1075 की मौत हुई है।
5 राज्य और 1 केंद्र शासित प्रदेश का हाल
मध्यप्रदेश, संक्रमित- 2625: यहां गुरुवार को संक्रमण के 65 नए मामले सामने आए। यहां अब तक 137 मरीजों की मौत हो चुकी है। भोपाल एम्स मेंरोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा माइक्रोबैक्टीरियम-डब्ल्यू (एमडब्ल्यू) का कोरोना के गंभीर रोगियोंपर ट्रायल शुरू हो गया है। राज्य में बुधवार को संक्रमण के175 मामले आए थे।
उत्तरप्रदेश, संक्रमित- 2211: प्रदेश में गुरुवार को 77 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। राज्य में कुल संक्रमितों में 1053 जमाती और उनके संपर्क में आए लोग हैं। 551 लोग ठीक हो चुके हैं। 40 की मौत हुई है। संक्रमण राज्य के 75 में से 60 जिलों में फैल चुका है।
महाराष्ट्र, संक्रमित- 10498: यहां गुरुवार को 583 नए मरीज मिले। इनमें से 25 केस मुंबई के हॉट स्पॉट धारावी में सामने आए। यहां अब संक्रमितों की संख्या 369 हो गई है। महाराष्ट्र सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे अपने मजदूरों को वापस लाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए 10 हजार बसें भेजी जाएंगी।
राजस्थान, संक्रमित- 2582:राज्य मेंगुरुवार को संक्रमण के 144 मामले आए। इनमें से जोधपुर में 59, जयपुर में 14, अजमेर में 4, चित्तौड़गढ़ में 3, कोटा और टोंक में 2-2, जबकि अलवर और धौलपुर में 1-1 मरीज मिला। प्रदेश में अब तक कोरोना से 58 लोगों की जान गई है।
दिल्ली, संक्रमित- 3515: यहां गुरुवार को सीआरपीएफ के 6 और जवान संक्रमित मिले। इनमें से एक जवान अर्धसैनिक बल की नेशनल कबड्डी टीम का खिलाड़ी है। इसी बटालियन में पहले कोरोना के 47 केस सामने आ चुके हैं। पिछले दिनों एक सब इंस्पेक्टर की मौत भी हो गई थी। आजादपुर सब्जी मंडी के 4 और व्यापारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
बिहार, संक्रमित- 422:प्रदेश में गुरुवार को 22 नए मामले सामने आए।बुधवार को 37 पॉजिटिव मिले। इनमें से बक्सर में 14, पश्चिमी चंपारण में 5, दरभंगा में 4, पटना और रोहतास में 3-3, भोजपुर और बेगूसराय में 2-2, जबकि औरंगाबाद, वैशाली, सीतामढ़ी और मधेपुरा में 1-1 मरीज थे।
देश में कोरोना के चलते अचानक लगाया लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों पर सबसे ज्यादा भारी पड़ा है। उन्हें जब ये पता चला की जिन फैक्ट्रियों और काम धंधे से उनकी रोजी-रोटी का जुगाड़ होता था, वह न जाने कितने दिनों के लिए बंद हो गया है, तो वे घर लौटने को छटपटाने लगे।
ट्रेन-बस सब बंद थीं। घर का राशन भी इक्का-दुक्का दिन का बाकी था। जिन ठिकानों में रहते थे उसका किराया भरना नामुमकिन लगा। हाथ में न के बराबर पैसा था। और जिम्मेदारी के नाम पर बीवी बच्चों वाला भरापूरा परिवार था। तो फैसला किया पैदल ही निकल चलते हैं। चलते-चलते पहुंच ही जाएंगे। यहां रहे तो भूखे मरेंगे।
कुछ पैदल, कुछ साइकिल पर तो कुछ तीन पहियों वाले उस साइकिल रिक्शे पर जो उनकी कमाई का साधन था। लेकिन जो फासला तय करना था वह कोई 20-50 किमी नहीं बल्कि 100-200 और 3000 किमी लंबा था।
1886 की बात है। तारीख 1 मई थी। अमेरिका के शिकागो के हेमोर्केट मार्केट में मजदूर आंदोलन कर रहे थे। आंदोलन दबाने को पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें कुछ मजदूर मारे भी गए। प्रदर्शन बढ़ता गया रुका नहीं। और तभी से 1 मई को मारे गए मजदूरों की याद में मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
आज फिर 1 मई आई है। इस बार थोड़ी अलग भी है। इसलिए, मजदूर दिवस पर लॉकडाउन में फंसे, पैदल चले और अपनी जान गंवा बैठे प्रवासियों के संघर्ष और सफर की पांच कहानियां -
पहली कहानी : मुंबई से 500 दूर उप्र सिर्फ बिस्किट खाकर निकले थे, घर तो पहुंच लेकिन मौत हो गई
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले का इंसाफ अली मुंबई में एक मिस्त्री का हेल्पर था। लॉकडाउन की वजह से काम बंद हुआ तो घर पहुंचने की ठानी। इंसाफ 13 अप्रैल को मुंबई से यूपी के लिए निकल पड़ा। 1500 किमी के सफर में ज्यादातर पैदल ही चला। बीच-बीच में अगर कोई गाड़ी मिल जाती, तो उसमें सवार हो जाता।
जैसे-तैसे 14 दिन बाद यानी 27 अप्रैल को इंसाफ अपने गांव मठकनवा तो पहुंच गया, लेकिन वहां क्वारैंटाइन कर दिया गया। उसी दिन दोपहर में इंसाफ की मौत हो गई। पत्नी सलमा बेगम का कहना था कि इंसाफ ने उसे फोन पर बताया था कि वह सिर्फ बिस्किट खाकर ही जिंदा है।
दूसरी कहानी : 1400 किमी दूर घर जाने के लिए पैदल निकला, 60 किमी बाद दम तोड़ दिया
मध्य प्रदेश के सीधी के मोतीलाल साहू नवी मुंबई में हाउस पेंटर का काम करते थे। जब देश में पहला लॉकडाउन लगा तब तक मोतीलाल मुंबई में ही रहे। लेकिन, दूसरे फेज की घोषणा होने के बाद 24 अप्रैल को वे पैदल ही घर के लिए निकल पड़े। उनका घर नवी मुंबई से 1400 किमी दूर है।
मोतीलाल के साथ 50 और प्रवासी मजदूर भी थे। मोतीलाल खाली पेट ही चल पड़े थे। उन्होंने 60 किमी का सफर तय किया ही था कि रास्ते में ठाणे पहुंचते ही उनकी मौत हो गई। उनके परिवार में पत्नी और तीन बेटियां हैं और बड़ी मुश्किल से घर का गुजारा हो पाता है।
तीसरी कहानी : दिल्ली से 1100 किमी दूर बिहार जा रहे थे, आधे रास्ते पहुंच बेहोश होकर गिर पड़े, मौत हो गई
बिहार के बेगूसराय के रहने वाले रामजी महतो दिल्ली से अपने घर के लिए पैदल ही निकल पड़े। दिल्ली से बेगूसराय के बीच की दूरी 1100 किमी है। उन्होंने 850 किमी का सफर तय भी कर लिया था। रामजी 3 अप्रैल को दिल्ली से निकले, लेकिन 16 अप्रैल को यूपी के वाराणसी में बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें एंबुलेंस में चढ़ाया ही था कि उन्होंने दम तोड़ दिया।
जिन घर वालों के पास पहुंचने के लिए रामजी बिना कुछ सोचे-समझे पैदल ही निकल पड़े थे, उन घर वालों के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वे वाराणसी जाकर रामजी का शव ले सकें और उनका अंतिम संस्कार कर सकें। बाद में वाराणसी पुलिस ने ही उनका अंतिम संस्कार किया।
चौथी कहानी : 300 किमी जाना था, 200 किमी चलने के बाद पुलिस के मुताबिक हार्टअटैक से मौत हो गई
39 साल के रणवीर सिंह मध्य प्रदेश के मुरैना के बादफरा गांव के रहने वाले थे। तीन साल पहले पत्नी और तीन बच्चों की परवरिश के लिए दिल्ली आ गए। यहां आकर एक रेस्टोरेंट में डिलीवरी बॉय का काम भी किया। लेकिन, लॉकडाउन की वजह से सब काम बंद हो गया। इससे रणवीर दिल्ली से मुरैना के लिए पैदल ही निकल गए।
दिल्ली से उनके गांव तक की दूरी 300 किमी के आसपास थी। वे 200 किमी तक चल भी चुके थे, लेकिन 28 मार्च को रास्ते में ही आगरा पहुंचते ही उनकी मौत हो गई। उनके घरवालों का कहना था कि रणवीर की मौत भूख-प्यास से हुई है। जबकि, पुलिस का कहना था कि पोस्टमार्टम के मुताबिक, उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।
पांचवी कहानी : 25 दिन में 2800 किमी का सफर तय कर गुजरात से असम पहुंचे जादव
पैदल घर जाने वालों में एक नाम जादव गोगोई का भी है। वे असम के नागांव जिले में रहते हैं। लेकिन, मजदूरी गुजरात के वापी शहर में करते हैं। लॉकडाउन लगने के बाद 27 मार्च को जादव वापी से अपने घर आने के लिए निकल पड़े। 25 दिन में 2800 किमी का सफर तय करने के बाद, 19 अप्रैल को आखिरकार जादव अपने घर पहुंच ही गए।
46 साल के जादव चार हजार रुपए लेकर वापी से निकले थे। कभी पैदल तो कभी ट्रक वालों से लिफ्ट भी ली। ऐसा करते-करते बिहार तक आ गए। बिहार से फिर पैदल ही असम भी पहुंच गए।