Tuesday 31 March 2020

89 साल के कार्स्टन और 85 साल की इंगा रोज जर्मनी-डेनमार्क बॉर्डर पर मिलते हैं, यहीं प्यार का इजहार करते हैं, साथ में कॉफी और लंच भी करते हैं

बर्लिन. कोरोनावायरस और लॉकडाउन ने दुनिया की आधी आबादी को घरों में कैद कर दिया है। इसके चलते लोग अब अपनों के साथ वर्चुअल मुलाकात ही कर पा रहे हैं। लेकिन इस सबके बीच जर्मनी और डेनमार्क बॉर्डर से मोहब्बत की एक अनूठी खबर आई है। यह लव स्टोरी है 89 साल के कार्स्टन ट्यूखसेन और 85 साल की इंगा रासमुसेन की। कार्स्टन जर्मनी में रहते हैं और इंगा डेनमार्क में। कोरोनावायरस और लॉकडाउन से पहले दोनों एक-दूसरे रोजाना घर पर मिलते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। इसलिए कार्स्टन रोज साइकिल से जर्मनी-डेनमार्क बॉर्डर की ओर निकल पड़ते हैं। बॉर्डर पर उनकी 85 साल की प्रेमिका इंगा उनका इंतजार कर रही होती हैं। यहां लॉकडाउन तो होता है, लेकिन इसका 'लव' पर असर नहीं होता है।
कोरोनावायरस के चलते जब से जर्मनी और डेनमार्क का बॉर्डर बंद हुआ, तब से इंगा और कार्स्टन रोजाना सीमा पर इसी तरह मिलते हैं। इंगा रोज दोनों के लिए लंच बनाती हैं। लंच के साथ एक थर्मस में कॉफी और एक कुर्सी लेकर बॉर्डर की तरफ निकल पड़ती हैं। इंगा कार से आती हैं और कार्स्टन अपनी इलेक्ट्रिक साइकिल से आते हैं। इसके बाद बैरियर से बंद सीमा पर दोनों अपनी कुर्सी लगाते हैं। यहां दोनों खाने-पीने के साथ देर तक बातचीत करते हैं। कॉफी का कप उठाकर दोनों चीयर्स भी करते हैं। प्यार का भी इजहार करते हैं।
लॉकडाउन से पहले जब जर्मनी-डेनमार्क बॉर्डर बंद नहीं था, तब भी कभी-कभी दोनों बुजुर्ग एवेनटॉफ्ट इलाके में मुलाकात करने के लिए आते थे। इस दौरान वे एक-दूसरे को गले लगाते थे और चूमते थे। लेकिन 14 मार्च को डेनमार्क ने जर्मनी के साथ लगने वाली अपनी सीमा को बंद कर दिया। दो दिन बाद जर्मनी ने भी सीमा बंद कर दी। तब से इंगा और कार्स्टन बॉर्डर पर यूं ही मिलते हैं। कोरोना के डर के चलते अब दोनों गले भी नहीं मिलते हैं। बॉर्डर बंद होने के बाद से दोनों फोन पर भी खूब बात करते हैं।
इंगा कहती हैं कि "यह दुखद है, लेकिन हम इसे बदल नहीं सकते। कार्स्टन के साथ मुलाकात का समय कितनी जल्दी बीत जाता है, यह पता ही नहीं चलता है। लेकिन जब अकेले हो, तो इससे बेहतर विकल्प नहीं हो सकता है।' इंगा और कार्स्टन को उम्मीद है कि ईस्टर तक सीमा खुल जाएगी और वे फिर एक-दूसरे के साथ घूम सकेंगे।

दोनों बॉर्डर पर ही कॉफी पीने के साथ लंच भी करते हैं।

दो साल पहले हुई दोनों की मुलाकात
इंगा और कार्स्टन की मुलाकात दो साल पहले हुई थी। दरअसल, इंगा के पति का निधन हो चुका है और कार्स्टन की पत्नी भी दुनिया को अलविदा कह चुकी हैं। अकेले रहने के दौरान दोनों बुजुर्ग एक-दूसरे से बातचीत करने लगे। एक दिन कार्स्टन ने इंगा को फूलों का गुलदस्ता दिया, इसके बाद दोनों के बीच मुलाकातों का सिससिला शुरू हुआ।



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तस्वीर जर्मनी-डेनमार्क बॉर्डर की है। दोनों बुजुर्ग यहीं पर रोज मिलते हैं।


source https://www.bhaskar.com/coronavirus/news/germany-denmark-border-coronavirus-updates-127082370.html

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